2025 में UPI के 5 बड़े बदलाव – जानिए कैसे होंगे आपके पैसों पर असर

UPI (Unified Payments Inthttps://www.npci.org.in/what-we-do/upi/product-overviewerface) अब भारत का सबसे तेज़ और भरोसेमंद डिजिटल पेमेंट सिस्टम बन चुका है। लेकिन 2025 में NPCI और RBI द्वारा कुछ नए बदलाव लागू किए गए हैं, जो हर यूज़र को जानने बेहद जरूरी हैं। आइए जानते हैं क्या हैं ये नए अपडेट:

🔄 1. UPI ट्रांजैक्शन लिमिट में बदलाव

अब एक बार में UPI से ₹5 लाख तक का ट्रांजैक्शन मेडिकल और एजुकेशन पेमेंट्स के लिए किया जा सकता है। पहले यह लिमिट ₹1 लाख थी। इससे छात्रों और मरीजों को बड़ा फायदा मिलेगा।

💸 2. PPI वॉलेट से ट्रांजैक्शन पर इंटरचार्ज

अगर आप Paytm Wallet या PhonePe Wallet जैसे PPI (Prepaid Payment Instruments) से UPI पेमेंट करते हैं, तो अब 1.1% तक का इंटरचार्ज लग सकता है (व्यापारी पर लागू)। UPI यूज़र्स के लिए आम पेमेंट अभी भी मुफ्त है।

🧾 3. UPI AutoPay सुविधा का विस्तार

अब आप Netflix, OTT, बिजली बिल, EMI जैसी सेवाओं के लिए ₹1 लाख तक की UPI AutoPay लिमिट सेट कर सकते हैं। पहले यह लिमिट ₹15,000 थी।

📊 4. UPI Lite+ लॉन्च – बिना इंटरनेट के पेमेंट

NPCI ने UPI Lite+ लॉन्च किया है, जिससे आप बिना इंटरनेट के भी ₹500 तक का पेमेंट कर सकते हैं। यह सुविधा फीचर फोन यूजर्स के लिए गेम चेंजर हो सकती है।

🔐 5. बायोमेट्रिक और वॉयस पेमेंट सिस्टम का आगमन

अब कुछ बैंकों ने बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट) और वॉयस आधारित UPI पेमेंट ट्रायल मोड में शुरू कर दिया है। भविष्य में पासवर्ड की जगह आपकी आवाज़ ही पेमेंट ऑथेंटिकेट करेगी।

📢 निष्कर्ष (Conclusion):

UPI का भविष्य स्मार्ट, तेज़ और यूज़र-फ्रेंडली होता जा रहा है। 2025 के ये बदलाव न सिर्फ यूज़र्स की सुविधा बढ़ा रहे हैं, बल्कि सुरक्षा और पारदर्शिता को भी मजबूत कर रहे हैं।

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